तब कौन जानता था ।
की कब क्या होगा ।
जो होना था ।
अब हो रहा है ।
सब हो रहा है ।
जैसे बाकी था कोई इम्तिहान
हम इम्तिहान के पिछे ।
भागते भागते इम्तिहान तो पास कर जाते है ।
पर ज़िंदगी के इम्तिहान मे फेल कर जाते है ।
हर कदम पर ज़िंदगी इम्तिहान लेती है ।
तब कौन जानता था ।
की कब क्या होगा ।
जो होना था ।
अब हो रहा है ।
सब हो रहा है ।
जैसे बाकी था कोई इम्तिहान
हम इम्तिहान के पिछे ।
भागते भागते इम्तिहान तो पास कर जाते है ।
पर ज़िंदगी के इम्तिहान मे फेल कर जाते है ।
हर कदम पर ज़िंदगी इम्तिहान लेती है ।
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