ज़िंदगी इद्रधनुश की तरह रंगीन है ।
क्यी रंग दिखाती है ।
ज़िना सिखाती है ।
ज़िंदगी मे इतने रंग है ।
जितने इद्रधनुश मे भि नहीं है ।
इद्रधनुश के रंग हमे पसंद आते है ।
पर ज़िंदगी के रंग नहीं ।
ऐसा क्यू ।
ज़िंदगी तो बहोत बेरंगी है हमारी ।
पता नहीं इद्रधनुश क्या सोचकर किसी ने मेरा नाम रखा था ।
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Rainbow Image
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By Shivam Kumar Mishra