आपके ज़िंदगी मे तभी सवेरा होगा ।
जब आप कुछ अलग करने की शुरुवात करेंगे ।
वरना सवेरा तो हर रोज ही होता है ।
पर उसमे कुछ खास नहीं होता ।
हुआ सवेरा ।
शुभ प्रभात ।
हो चुकी है सुबह ।
चाँद छूप चुका है ।
निकल चुका है सूरज ।
अब तुम भि बिस्तर से निकल जाओ ।
स्नान करो और दफतर जाओ ।
हुआ सवेरा ।
शुभ प्रभात ।