दिल ने हमे डुबोया ।
मैने संजोये थे सपने ।
साथ छोड़ गये अपने ।
दिल ने डुबोदिया ।
ना जाने क्या खता थी मेरी ।
वफ़ा ना करके भि वफ़ा कर गये ।
तैरना आता था फिर भि हम डुब गये ।
इश्क एक दरीया ।
जिसमे सब डुब जाते है ।
बड़े बड़े महारथी तैर नहीं पाते ।
दिल का खेल हर कोई उसमे फेल ।
दिल फेक आशिक क्यी बार चले गये जेल ।
दुनिया एक मेला ज़िसमे हर कोई अकेला ।