तुमसे किसने कहा ।
की ये नामुमकिन है ।
नामुमकिन खुद मे ना छीपा के बैठा है ।
नामुमकिन कुछ भि नहीं ।
अगर ठान लोगे तो हवा मे महल बना लोगे ।
पहाड़ को हिला दोगे ।
खुद को भि हरा दोगे ।
तुमसे किसने कहा ।
की ये नामुमकिन है ।
नामुमकिन खुद मे ना छीपा के बैठा है ।
नामुमकिन कुछ भि नहीं ।
अगर ठान लोगे तो हवा मे महल बना लोगे ।
पहाड़ को हिला दोगे ।
खुद को भि हरा दोगे ।
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