नया मौसम ।
आ रही है सर्दी ।
हमे पेहनी पड़ेगी मोटी वर्दी ।
चलती है ठंड़ी ह्वाये ।
हमे छूके जाये ।
वो चाय की चुशकिया ।
वो देर तक सोना ।
सपनो मे खोना ।
दिन हो जाते है छोटे ।
धूप और रजाई ।
बस और कुछ नहीं
नया मौसम ।
आ रही है सर्दी ।
हमे पेहनी पड़ेगी मोटी वर्दी ।
चलती है ठंड़ी ह्वाये ।
हमे छूके जाये ।
वो चाय की चुशकिया ।
वो देर तक सोना ।
सपनो मे खोना ।
दिन हो जाते है छोटे ।
धूप और रजाई ।
बस और कुछ नहीं
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