अपना किया कराया है ।
उसका फल खाया है ।
बिना किये कुछ मिलता नहीं ।
बस समझने की है देर ।
नजर का है फेर ।
अपना किया कराया है ।
ज़िवन भि पराया है ।
जो माँगा सो पाया है ।
जो चाहा वो मिलता नहीं ।
जो चाहा नहीं वो है मिल जाता ।
रब से मांगी नहीं थी ज़िंदगी ।
ना ही मांगता हु खुशी ।
चाह होगी तो राह भि बन जायगी ।
अपना किया कराया है ।
किसी को हसाया किसी को रूलाया है ।
सफलता की दौड़ मे ।
पैसे की होड़ मे ।
बिना जिये हम जी रहे ।
सारे गम हम पी रहे ।
अपना किया कराया है ।
नाकामी को आजमाया है ।