naari sastikaran, shakti
स्त्री जब अपने पे आती है ।
माहाकाली बन जाती है ।
सती भि ये पार्वती भि ये ।
महलसा ये ।
छिन्मस्ता ये माँ तारा ये ।
नौ दूर्गा ये नौ दूर्गा ये ।
naari sastikaran, shakti
स्त्री जब अपने पे आती है ।
माहाकाली बन जाती है ।
सती भि ये पार्वती भि ये ।
महलसा ये ।
छिन्मस्ता ये माँ तारा ये ।
नौ दूर्गा ये नौ दूर्गा ये ।
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